image image image

कुठालगेट प्रोजेक्ट: जिला प्रशासन ने संस्कृति, सुरक्षा और सौंदर्यीकरण को मिलाकर रचा विकास का नया आयाम

0
11

देहरादून, 22 अप्रैल: मुख्यमंत्री के “संस्कृति परंपरा संवर्धन” के संकल्प को साकार करने के लिए देहरादून जिला प्रशासन ने कुठालगेट परियोजना के अंतर्गत बहुआयामी विकास कार्य आरंभ किए हैं। जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में न केवल दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए नई स्लीप रोड का निर्माण किया गया है, बल्कि पारंपरिक पहाड़ी संस्कृति को भी सजीव करने का प्रयास किया जा रहा है।

प्रशासन ने गहन सर्वे और विश्लेषण के बाद कुठालगेट पर ट्रैफिक दबाव कम करने हेतु मोटरेबल साइड स्लिप रोड विकसित की है। इसके साथ ही इस क्षेत्र को पारंपरिक स्थापत्य कला के अनुसार सौंदर्यीकृत किया जा रहा है, जिससे यह स्थान देहरादून की सांस्कृतिक पहचान के रूप में भी उभर सके।

जिलाधिकारी ने समस्त निर्माण कार्यों को मानसून से पूर्व पूर्ण करने का लक्ष्य तय किया है। अधिकारियों और निर्माण एजेंसियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि कार्यस्थल पर मानव संसाधन, सामग्री और मशीनरी की उपलब्धता को दोगुना किया जाए, ताकि समय पर कार्य पूर्ण किया जा सके।

यह परियोजना केवल सड़क निर्माण तक सीमित नहीं है। यातायात की सुगमता, जनसुरक्षा, और लोक संस्कृति के संरक्षण को ध्यान में रखते हुए कुठालगेट सहित अन्य प्रमुख चौराहों का आधुनिकीकरण युद्धस्तर पर जारी है। परियोजना के अंतर्गत दो अतिरिक्त मोटरेबल स्लिप रोड भी बनाई गई हैं, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या में उल्लेखनीय कमी आएगी।

जिलाधिकारी स्वयं परियोजना की प्रगति की निगरानी कर रहे हैं। वह कई बार स्थलीय निरीक्षण कर चुके हैं और कार्य की गुणवत्ता एवं समयसीमा सुनिश्चित करने हेतु लगातार समीक्षा बैठकें भी कर रहे हैं।

इस परियोजना के पूर्ण होने पर आमजन और पर्यटकों को एक ही स्थान पर सुगम यातायात, सुरक्षित आवागमन, और पहाड़ी शैली में सजीव लोक संस्कृति का साक्षात्कार होगा। यह प्रयास न केवल देहरादून के सौंदर्य में वृद्धि करेगा बल्कि लाखों पर्यटकों को उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने का भी माध्यम बनेगा।