बुद्ध पूर्णिमा इस साल 5 मई, शुक्रवार के दिन पड़ रही है । बुद्ध पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व माना गया है । अगर आपको किसी कारणवश तीर्थ क्षेत्र में जाने का अवसर नहीं मिलता है तो घर में ही किसी पात्र में गंगाजल डाल करके उसमें पानी मिला दे और श्री गंगा का ध्यान करके फिर उसी जल से स्नान करें । स्नान के बाद भगवान विष्णु का ध्यान, पूजन एवं सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए ।
लोक भविष्य:
चंद्रमास वैशाख मास में दिनांक 5 को शुक्रवार होने से ग्रीष्म उपयोगी फसलों का अच्छा उत्पादन होगा । कुछ विशेष वर्ग के लोगों में सुख सुविधाओं के साधनों में वृद्धि होगी । अधिकांश लोग भोग विलास आदि कार्य में प्रवृत होंगे । जनसंख्या में असंयमित रूप से वृद्धि होगी ।
आकाश लक्षण:
उत्तर भारत के अनेक भागों में गर्म हवा एवं खंड वर्षा होने के योग है पूर्णमासी को बूंदाबांदी होना आगामी समय के लिए शुभ संकेत है ।
शुभमस्तु-
सर्वे भवंतू सुखिनाह सर्वे संतु निरामया सर्वे भद्राणि पश्यंतु मा कश्चित् दुख भाग भवेत् ओम ।
बुद्ध पूर्णिमा उदय व्यापिनी पूजन का शुभ मुहूर्त:
11:51 से 12:54 अपराहन तक
— पंडित के पी चमोली, आचार्य