राजस्व के लिए जनमानस के साथ धोखाधड़ी की नही दी जा सकती है छूटः डीएम
डेडिकेटेट क्म्प्यूटर कियोस्क के माध्यम से टूटेगा बिचौलियों/दलालों की चैन: सविन बंसल
अधिकतम भूमि धोखाधड़ी का मुख्य कारण जनमानस को रजिस्ट्री लैण्ड रिकार्ड की पूर्णतः जानकारी न होनाः डीएम
देहरादून। जिलाधिकारी सविन बंसल ने 14 फरवरी को भूमि फर्जीवाड़ा रोकने हेतु प्रभावी कार्य योजना बनाने तथा जनमानस को फर्जीवाड़े से बचाने के लिए जागरूक करने हेतु व्यवस्था बनाने के आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि राज्य का प्रथम डेडिकेटेड कम्प्यूटर कियोस्क तैयार हो गया है, जल्द ही इसका लोकार्पण किया जाएगा। जनमानस को भूमि फर्जीवाड़े से बचाने के लिए जिलाधिकारी का यह एक और अभिनव प्रयास है, जो कि राज्य का प्रथम डेडिकेटड कम्प्यूटर कियोस्क सेन्टर तैयार किया गया है।
ज्ञात हो कि विगत नवम्बर माह में जिलाधिकारी ने बैठक करते हुए डेडिकेटेड कम्प्यूटर कियोस्क सेन्टर तैयार करने के निर्देश दिए थे जिसके क्रम में रजिस्ट्रार कार्यालय के समीप कम्प्यूटर कियोस्क तैयार किया गया है। जिस पर सामान्य नागरिक रजिस्ट्री आफिस के समीप बने इस डेडिकेटेट क्म्प्यूटर कियोस्क, जिस पर सामान्य नागरिक ई-रजिस्ट्रेशन वेबसाईट से भूमि सम्बन्धी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
जिलाधिकारी के अनुसार राज्य के इस प्रथम डेडिकेटेट क्म्प्यूटर कियोस्क, जिस पर सामान्य नागरिक ई-रजिस्ट्रेशन वेबसाईट से भूमि सम्बन्धी जानकारी ले पाएंगे, के माध्यम से बिचौलियों/दलालों की चैन टूटेगी। जनमानस में जागरूकता लाने हेतु रजिस्ट्री से पूर्व किन-किन बिन्दुओं पर ध्यान रखना है, इसके लिए कार्यालयों पर फ्लैक्स लगाए जाएंगे।
डीएम ने रजिस्ट्रार कार्यालय की लचर कार्यप्रणाली पर फटकार लगाते हुए, एडीएम को एक सप्ताह के भीतर पूरी तैयारी के साथ बैठक कराने के दिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा अधिकतम भूमि धोखाधड़ी का मुख्य कारण जनमानस को रजिस्ट्री लैण्ड रिकार्ड की पूर्व जानकारी न होना है, इसका गैप पूर्ण किया जाए। जन सूचना गैप भूमि क्रय विक्रय से पूर्व पूर्ण हो तथा खतौनी, दाखिला चैक, आईडी की हो जांच।