आगामी चार धाम यात्रा का शुभारंभ 22 अप्रैल, अक्षय तृतीया के दिन हो रहा है। 22 अप्रैल अक्षय तृतीया के दिन यमुनोत्री और गंगोत्री, 25 अप्रैल को केदारनाथ तथा 27 अप्रैल को बद्रीनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे । यदि श्रद्धालु शीतकाल में भी माँ गंगा-यमुना तथा बाबा केदारनाथ तथा बद्रीविशाल के दर्शन पूजा-अर्चना करना चाहें तो यमुना एवं गंगा का शीतकालीन प्रवास क्रमश: खरसाली एवं मुखबा तथा केदारनाथ बाबा तथा बद्रीविशाल जी का प्रवास क्रमश: ऊखीमठ तथा पाण्डुकेश्वर में रहता है । यहां पूरे विधि-विधान से पुजारी पूजा-पाठ तथा आरती आदि करते हैं तथा भक्त भी इसमें शामिल होते हैं।
चारधाम यात्राकाल की भीड़-भाड़ से हटकर शांति से एवं पूर्ण समय देकर मां गंगा के दर्शन मुखबा में करने तथा गंगोत्रीधाम में गंगा स्नान का सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं ।
—पंडित के पी चमोली ।