शिक्षा के मंदिरों की मजबूती में जुटा प्रशासन, 42 लाख की लागत से हो रहा कार्य
देहरादून, 16 मई — परेड ग्राउंड स्थित प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय की जर्जर अवस्था पर जिलाधिकारी सविन बंसल की नजर पड़ते ही स्कूल भवन के कायाकल्प की दिशा में ठोस कदम उठाए गए। छत की खराब स्थिति को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने तुरंत संज्ञान लिया और लगभग 42 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत कर मरम्मत कार्य आरंभ कराने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुसार मरम्मत कार्य अब तेजी से प्रगति पर है। विद्यालय भवन की खराब स्थिति को देखते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी को तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए गए थे। इसके बाद मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया, जो वर्तमान में युद्धस्तर पर चल रहा है।
डीएम बंसल ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों के विद्यालयों की स्थिति का विस्तृत आकलन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि विद्यालय केवल शिक्षण स्थलों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यही वे स्थान हैं जहां देश का भविष्य आकार लेता है। ऐसे में इन ‘शिक्षा के मंदिरों’ की गुणवत्ता और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी विद्यालय की कक्षाएं जर्जर अवस्था में हैं, तो बच्चों को वैकल्पिक सुरक्षित भवनों में स्थानांतरित किया जाए। बच्चों की सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा और खंड शिक्षा अधिकारियों की इस संबंध में जवाबदेही तय की गई है।
जिलाधिकारी की इस त्वरित और संवेदनशील पहल को लेकर अभिभावकों और स्थानीय लोगों ने सराहना की है। यह कदम न केवल बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, बल्कि गुणवत्तायुक्त शिक्षा माहौल की दिशा में भी एक सकारात्मक प्रयास है।