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DEHRADUN: सर्जरी होगी या नहीं, यह डॉक्टर का मन नहीं, कर्तव्य तय करेगा: बंसल

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15 मई तक ऑपरेशन-सर्जरी की संख्या दो गुनी  करने के डीएम ने दिए निर्देश।

देहरादून – जिलाधिकारी सविन बंसल ने बृहस्पतिवार को जनपद की स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करते हुए सरकारी चिकित्सालयों में कम होती ऑपरेशन और सर्जरी की संख्या पर गहरी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “जब अस्पतालों में पर्याप्त संसाधन, डॉक्टर और उपकरण उपलब्ध हैं, तो सर्जरी में कोताही क्यों?”

जिलाधिकारी ने कहा, “हम सबकी परवरिश जन खजाने से होती है। यह हमारा विवेकाधीन अधिकार नहीं, बल्कि पेशेवर कर्तव्य है कि हम जनसेवा में ईमानदारी और तन्मयता से काम करें।”

उन्होंने जिला चिकित्सालय कोरोनेशन, उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश, विकासनगर एवं प्रेमनगर का निरीक्षण कर विशेषज्ञ चिकित्सकों के सर्जरी प्रदर्शन की समीक्षा की। उन्होंने पाया कि उपलब्ध संसाधनों के बावजूद ऑपरेशन की संख्या अत्यंत कम है, जो अस्वीकार्य है।

डीएम ने चेतावनी देते हुए सभी संबंधित चिकित्सालयों को 15 मई तक ऑपरेशन-सर्जरी की संख्या कम से कम दोगुनी करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि निर्धारित समय में सुधार नहीं हुआ, तो प्रशासन अपने अधिकार क्षेत्र में आवश्यक कार्रवाई करेगा।

प्रेमनगर चिकित्सालय में अब तक कुल 723 ऑपरेशन हुए हैं, जिनमें 205 मेजर सर्जरी शामिल हैं। वहीं विकासनगर में 426 ऑपरेशन में 219 मेजर सर्जरी दर्ज की गई हैं। डीएम ने इन आंकड़ों को “संतोषजनक से काफी कम” बताते हुए सुधार की मांग की है।

जिलाधिकारी ने सभी सरकारी अस्पतालों से अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या, सामान्य एवं सिजेरियन प्रसव, किए गए ऑपरेशनों एवं रेफर किए गए मरीजों का कारण सहित समुचित विवरण प्रस्तुत करने के निर्देश भी जारी किए हैं।

जिलाधिकारी की इस सख्ती को स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही लाने की दिशा में एक ठोस कदम माना जा रहा है।