नई पर्यटन नीति से “डेस्टिनेशन उत्तराखंड” स्थापित होगा वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर: धामी

0
22

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में बुक विमोचन कार्यक्रम में कहा कि प्रदेश की नई पर्यटन नीति के माध्यम से “डेस्टिनेशन उत्तराखंड” को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने के प्रयासों में तेजी लाई गई है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य सरकार पर्यटन को विकसित करने के लिए निरंतर काम कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिक ऊर्जा का अद्भुत संगम है। नई नीति के तहत निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया गया है।

सीएम ने कहा कि केदारखंड की तर्ज पर मानसखंड कॉरिडोर को भी भव्य रूप में विकसित किया जा रहा है। ऋषिकेश और हरिद्वार को योग एवं आध्यात्मिक केंद्र के रूप में वैश्विक स्तर पर प्रमोट करने की योजनाएं चल रही हैं। इस वर्ष शीतकालीन यात्रा की भी शुरुआत की गई है, जिसे प्रोत्साहन देने स्वयं प्रधानमंत्री मोदी हर्षिल-मुखबा गए थे।

साथ ही साहसिक पर्यटन जैसे ट्रेकिंग, रिवर राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग, स्कीइंग व माउंटेनियरिंग को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।

सीएम ने बताया कि राज्य में फिल्म शूटिंग को आसान बनाने के लिए सिंगल विंडो क्लियरेंस सिस्टम लागू किया गया है। साथ ही विशेष सब्सिडी और सुविधाएं भी दी जा रही हैं। इसके परिणामस्वरूप उत्तराखंड को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में “मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट” का सम्मान मिला है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने उत्तराखंड के चार गांवों — जखोल, हर्षिल, गूंजी और सूपी को “सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार” से सम्मानित किया है।

सीएम ने कहा कि प्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए सरकार अपने “विकल्प रहित संकल्प” के साथ निरंतर प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है।

कार्यक्रम में अपर सचिव सीएम बंशीधर तिवारी, दून विश्वविद्यालय की वीसी सुरेखा डंगवाल, वरिष्ठ पत्रकार सतीश शर्मा व प्रदेशभर से आए फोटोजर्नलिस्ट उपस्थित रहे।