राज्यपाल ने सीएम पुष्कर सिंह धामी पर आधारित पुस्तकों का किया विमोचन

0
14

राज्यपाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर आधारित पुस्तकों का किया विमोचन

पुष्कर धामी की जीवंत ऊष्मा: मुख्यमंत्री के जीवन और नेतृत्व पर दो पुस्तकों का लोकार्पण

राज्यपाल ने युवा लेखिका संभावना पंत की पुस्तकों का किया अनावरण

देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) ने गुरुवार को राजभवन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के व्यक्तित्व, कार्यशैली और जीवन-विचारों पर आधारित दो पुस्तकों — ‘पुष्कर धामीः हिमालय की जीवंत ऊष्मा’ और ‘Pushkar Dhami: The Vibrant Heat of the Himalayas’ — का विमोचन किया। इन पुस्तकों का संकलन युवा लेखिका संभावना पंत ने किया है। पुस्तकों का प्रकाशन प्रभात पब्लिकेशन तथा रूपा पब्लिकेशन द्वारा किया गया है।

“दादा के आदर्श, माता की विनम्रता और सैनिक पिता का अनुशासन—इन्हीं ने गढ़ा एक पुष्कर”: राज्यपाल

राज्यपाल ने लेखिका संभावना पंत को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने बड़ी संवेदनशीलता और शोधपूर्ण शैली में यह दर्शाया है कि पहाड़ के संघर्षों से जूझता बचपन, दादा खेम सिंह धामी के आदर्श, माता का संयमित संस्कार और सैनिक पिता की दृढ़ता कैसे एक कर्मठ व संवेदनशील नेता का निर्माण करते हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड आज विकास के नए आयाम स्थापित कर रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत–2047 विज़न के अनुरूप हर क्षेत्र में अग्रसर है। सिलक्यारा, जोशीमठ और अन्य आपदाओं के समय धामी द्वारा सबसे पहले प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचना उनके ‘फ्रंटलाइन लीडर’ होने का प्रमाण है।

“कुछ बड़ा बनने की इच्छा नहीं थी, लेकिन समाज के लिए कुछ करने की जीवंत ऊष्मा हमेशा रही”: मुख्यमंत्री धामी

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किताबों में अंकित अपने जीवन प्रसंगों को याद करते हुए कहा कि पहाड़ के पगडंडियों, गाड़–गदेरे, और मातृ-संघर्षों ने उन्हें जीवन का वास्तविक अर्थ समझाया। उन्होंने कहा:

“मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं कुछ बनूंगा, लेकिन मेरे भीतर यह ऊष्मा जरूर थी कि समाज के लिए कुछ अच्छा कर सकूं।”

सीएम ने लेखिका, प्रकाशकों और सभी विशिष्ट अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

विशिष्ट अतिथियों का संबोधन

  • स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि देश और राज्य में सांस्कृतिक गौरव, एकता, अखंडता और समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान हेतु जो कार्य राष्ट्रीय स्तर पर हो रहे हैं, वही समर्पण मुख्यमंत्री धामी प्रदेश में दिखा रहे हैं।

  • आचार्य प्रमोद कृष्णम ने मुख्यमंत्री की कर्तव्यपरायणता और समयानुकूल निर्णय क्षमता की सराहना करते हुए कहा कि धामी समाज और राष्ट्र की आवश्यकताओं के अनुरूप काम करने वाले नेता हैं।

  • पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी भी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

लेखिका संभावना पंत का वक्तव्य

संभावना पंत ने कहा कि यह पुस्तकें मुख्यमंत्री धामी के व्यक्तिगत गुणों, पारिवारिक मूल्यों, संघर्षों और नेतृत्व क्षमता को समग्र रूप में प्रस्तुत करती हैं। पुस्तक में उनके युवा जीवन से लेकर राज्य के मुख्य सेवक बनने तक की यात्रा को विस्तार से बयान किया गया है।

उपस्थित गण

कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, राज्यसभा सांसद नरेश बंसलकल्पना सैनी, विधायक सविता कपूरबृजभूषण गैरोला, पद्मश्री बसंती बिष्ट, टपकेश्वर महादेव मंदिर के प्रमुख किशन गिरी महाराज, तथा बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी और नागरिक उपस्थित रहे।