उत्तरकाशी। गंगोत्री धाम के प्रमुख पड़ाव धराली में मंगलवार को प्राकृतिक आपदा ने भीषण तबाही मचाई। खीरगंगा के जलग्रहण क्षेत्र में बादल फटने की घटना के बाद खीरगाढ़ नाले में अचानक आई बाढ़ से धराली कस्बे में भारी नुकसान हुआ है। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, लगभग 20 से 25 होटल और होमस्टे पूरी तरह नष्ट हो गए हैं। बाढ़ की चपेट में आकर लगभग 20 से 25 होटल और होमस्टे पूरी तरह तबाह हो गए, जबकि कई अन्य रिहायशी और व्यावसायिक संरचनाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, बादल फटने की घटना खीरगंगा के ऊपरी क्षेत्र में हुई, जिससे तेज गति से आया सैलाब धराली और मुखवा क्षेत्रों में फैल गया। देखते ही देखते नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा और पानी बाजार क्षेत्र में घुस गया। सैलाब में कई होटल, दुकानें और घर बह गए, जबकि कई भवनों में मलबा और पानी भर गया। कई पर्यटकों और स्थानीय लोगों को जान बचाकर भागना पड़ा।
प्रारंभिक सूचनाओं के अनुसार, 10 से 12 मजदूरों के मलबे में दबे होने की आशंका है। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और फंसे लोगों की तलाश में जुटी हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने राहत एवं बचाव कार्यों में किसी प्रकार की कोताही न बरतने के निर्देश दिए हैं तथा सभी संबंधित एजेंसियों को तेजी से कार्रवाई करने को कहा है। उन्होंने प्रभावित लोगों की हरसंभव सहायता का आश्वासन भी दिया है।
क्षेत्र में भय और दहशत का माहौल बना हुआ है। प्रशासन लोगों से शांत और सतर्क रहने की अपील कर रहा है।