छः अक्षरों से बना मॉं शब्द लिखने और बोलने में जितना आसान है, समझाने और समझने में ये उतना ही मुश्किल है। यदि हम सात महासागरों का पानी इकठ्ठा करके उसकी स्याही बनाये और समस्त पेड़ों की लकडी की कलम बनाये तब भी इस शब्द के अर्थ को पूरी तरह से ब्यॉं कर पाना शायद मुश्किल होगा। मैंने यहॉ पर एक उदाहरण के माध्यम से मॉं शब्द का आशय समझाने के कोशिश की है। आशा करता हूॅ कि कुछ हद तक मैं अपने शब्दों के माध्यम से मॉं शब्द का अर्थ समझा सकूॅंगा।
जिस प्रकार से हमारे घर की छत हमें तेज धूप, बारिश, तूफान, जीव-जन्तुओं एवं विभिन्न प्रकार की आपदाओं से बचाती है। ठीक उसी प्रकार से मॉं भी अपने बच्चों को दसों दिशाओं से आने वाली व्याधाओं से बचाती है। वो अपनी जान की बाजी लगाकर अपने बच्चों को सुरक्षित रखती है।
जिस प्रकार छत के नीचे हम स्वयं को सुरक्षित पाते है। इसी प्रकार मॉं की छत्र-छायां में भी बच्चा खुद को सुरक्षित महसूस करता है। परन्तु सत्य ये भी है कि बावज़ूद इसके कि छत की नीचे हम खुद को सुरक्षित पाने पर भी हम छत को हर समय देखते नही रहते। ठीक इसी प्रकार मॉं की इतनी बड़ी स्पोर्ट होने के बावज़ूद भी हम ये बात मॉं को हर समय बताते नही रहते।
मॉं अपने बच्चे को हर प्रकार की दृश्य/अदृश्य परेशानियों, व्याधाओं, बुरी नज़र से बचाती है और हर प्रकार से सुरक्षित रखती है। मैं नही जानता कि पूरे ब्रह्माण्ड में कहीं किसी लोक में स्वर्ग है या नही। परन्तु यदि आप मुझसे पूछेंगे कि क्या कहीं स्वर्ग है ? तो मेरा उत्तर होगा कि मॉं की गोद से बड़ा स्वर्ग कहीं नही है। मॉं की गोद से ज्यादा सुकूनदायक, आरामदायक और सुरक्षित जगह कोई हो नही सकती। जितना आराम, सुःख, चैन मॉं की गोद में मिलता है, कहीं नही मिल सकता।
मदर्स-डे हर वर्ष मई माह के द्वितीय रविवार को मनाया जाता है। यह दिन दुनिया के लगभग सभी देशों में दशकों से मनाया जा रहा है। इस दिवस को मनाने के पीछे की भावना सिर्फ एक और एक है, जो कि अपने मॉं के प्रति (थेंक्स) शुक्रिया है। एक ऐसे इंसान को थेंक्स कहना जिसके बिना हमारा आस्तित्व में आना मुमकिन नही था।
लोगों का अपनी मॉं के प्रति अपना प्यार, स्नेह जताने का अलग-अलग अंदाज़ होता है। कुछ लोग फूल और तौहफे देकर अपनी मॉं के प्रति अपनी भावनाआंे को प्रकट करते हैं। जबकि कुछ अपनी मॉं के साथ अपना कीमती वक़्त व्यतीत करते हैं। सारा दिन अपनी मॉं के साथ व्यतीत करते है। उनके साथ लन्च, डिनर करते हैं। अलग-अलग लोगों का इस दिन को मनाने का तरीका भिन्न-भिन्न हो सकता है, परन्तु इस दिन को मनाने की भावना एक ही है। मॉं को प्यार देना, उसको स्पेशल महसूस कराना एवं उसका उत्साह बढ़ाना। अपनी मॉ को यह जताना की हम उससे कितना प्यार करते है और हमारे जीवन में उसका कितना अहम स्थान है।
इस साल हम 14-मई 2023 रविवार को मदर्स-डे मना रहे हैं। लेकिन हमको यह भी नही भूलना चाहिए कि यह सिर्फ एक दिन का ही सेलिब्रेशन है। एक दिन में अपना सारा प्यार, स्नेह मॉं को दिखा कर उसे पूरे वर्ष नज़रअंदाज़ नही किया जा सकता। रोजमर्रा की जिंदगी में मॉं जो संघर्ष करती है उसमें भी उसे आपके प्यार, आपकी स्पोर्ट की आवश्यकता होती है। सामाजिक स्तर पर मॉ जो चुनौतियों का सामना करती है उसमें भी आपको उसके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने की आवश्यकता है। मॉं को हर क्षण, हर कदम पर आपके प्यार, स्नेह व सहयोग की आवश्यकता है, यह बात नही भूलनी चाहिए। आपको जीवन पर्यन्त मॉं के कदम से कदम एवं कंधे से कंधा मिलाकर चलने की आवश्यकता है।
अन्त में यही कहना चाहूॅंगा कि इस मदर्स-डे पर एक और नेक कार्य करने की प्लेज़ लें, कि एक मॉं के कोख में पल रही भविष्य की मॉं की भी रक्षा करें। तभी सही मायने मे हम मदर्स और मदर्स-डे की भावना को समझ पायेंगे और समझा पायेंगे।
हैप्पी मदर्स-डे टू ऑल ।
-इन्द्र अरोड़ा-मोटिवेशनल स्पीकर