सड़क पर बिखरे बचपन को सवारने की दिशा में डीएम सविन बंसल की अभिनव पहल
साधुराम इंटर कॉलेज परिसर में युद्धस्तर पर जारी है आधुनिक इन्टेंसिव केयर सेंटर भवन का निर्माण कार्य
देहरादून, 05 मई। जिलाधिकारी का मानना है कि – “समाज में सभी को समान अवसर देना हमारी मूलभूत जिम्मेदारी है।” उनका लक्ष्य है कि जनपद के प्रत्येक ड्रॉपआउट एवं स्ट्रीट चाइल्ड को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा जाए। इसी क्रम में मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन एवं जिलाधिकारी सविन बंसल की दूरदर्शी सोच के अंतर्गत जनपद में सड़क पर बिखरे बचपन को संवारने हेतु एक अनूठी पहल की जा रही है। साधुराम इंटर कॉलेज परिसर में राज्य का पहला आधुनिक इंटेंसिव केयर सेंटर स्थापित किया गया है, जिसका निर्माण कार्य वर्तमान में युद्धस्तर पर जारी है।
यह भवन न केवल आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा, बल्कि इसे इस प्रकार विकसित किया जा रहा है कि बच्चों को एक स्वस्थ, सुरक्षित एवं शिक्षाप्रद वातावरण प्राप्त हो सके। भवन का भूतल कार्य पूर्ण हो चुका है और उच्च स्तरीय निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर है। जिलाधिकारी स्वयं प्रतिदिन निर्माण की प्रगति की निगरानी कर रहे हैं।
भिक्षावृत्ति और बाल श्रम के उन्मूलन हेतु वर्षों से प्रयास होते आए हैं, परंतु अधिकांश योजनाएं धरातल पर प्रभावी सिद्ध नहीं हो सकीं। इस चुनौती को दृष्टिगत रखते हुए डीएम सविन बंसल ने माइक्रो प्लानिंग के माध्यम से एक प्रभावी कार्ययोजना तैयार की है।
इस योजना के अंतर्गत सड़कों पर भिक्षा मांगने एवं कूड़ा बीनने वाले बच्चों की पहचान कर उनका रेस्क्यू किया जा रहा है। उन्हें इंटेंसिव केयर सेंटर में काउंसलिंग प्रदान कर शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है। विषय विशेषज्ञों की सहायता से बच्चों के बौद्धिक विकास हेतु उपयुक्त शैक्षणिक वातावरण सृजित किया गया है। साथ ही, उनके अभिभावकों की काउंसलिंग कर उन्हें भी शिक्षा के महत्व से अवगत कराया जा रहा है।
साधुराम इंटर कॉलेज में स्थापित यह मॉडल इंटेंसिव केयर सेंटर बच्चों के सर्वांगीण विकास की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो रहा है। निर्माण कार्य पूर्ण होने के उपरांत यह भवन बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखेगा। यह मॉडल न केवल उत्तराखंड में बल्कि अन्य राज्यों के लिए भी एक प्रेरणास्रोत बनता जा रहा है।