बद्रीनाथ धाम यात्रा ने बनाया नया रिकॉर्ड, पिछले वर्ष का आंकड़ा पार।
25 नवंबर को होंगे कपाट बंद।
देहरादून। उत्तराखंड की चारधाम यात्रा इस वर्ष ऐतिहासिक रिकॉर्ड बना रही है। भगवान बद्रीविशाल के धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। बुधवार तक बद्रीनाथ धाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 14 लाख 53 हजार 827 को पार कर गई, जो पिछले वर्ष के कुल आंकड़े 14 लाख 35 हजार 341 से अधिक है। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष धाम के कपाट 25 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद होंगे, यानी अभी लगभग डेढ़ माह तक यात्रा जारी रहेगी। ऐसे में अनुमान है कि इस बार यात्रियों की संख्या 15 लाख से भी अधिक पहुंच सकती है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा को सुचारू और सुरक्षित बनाने के लिए विशेष तैयारियां की हैं। शासन और प्रशासन के कुशल प्रबंधन के कारण मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियाँ भी तीर्थयात्रियों के लिए बाधा नहीं बन सकीं।
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संवेदनशील मार्गों पर जेसीबी मशीनों और विशेष टीमों की तैनाती से सड़कों को तुरंत खोलने की व्यवस्था की गई है।
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धामों और पड़ाव स्थलों पर आवास, भोजन, चिकित्सा और सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
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यात्रियों की सुरक्षा के लिए एसडीआरएफ और पुलिस बल लगातार गश्त और निगरानी कर रहे हैं।
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अब जब धामों में ठंड बढ़ने लगी है, तो अलाव की भी व्यवस्था की गई है ताकि श्रद्धालुओं को ठंड से राहत मिल सके।
यात्रियों में उत्साह, संख्या लगातार बढ़ रही
बुधवार को अकेले दिनभर में 5042 श्रद्धालुओं ने भगवान बद्रीविशाल के दर्शन किए। जैसे-जैसे कपाटबंदी की तिथि करीब आ रही है, श्रद्धालुओं की संख्या में प्रतिदिन वृद्धि हो रही है। स्थानीय व्यापारियों, होटल संचालकों और तीर्थयात्रा से जुड़े लोगों में भी इस बढ़ी हुई आमद को लेकर उत्साह का माहौल है।
चारधाम यात्रा के कपाट बंद होने की तिथियाँ
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गंगोत्री धाम – 22 अक्टूबर
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यमुनोत्री धाम – 23 अक्टूबर
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केदारनाथ धाम – 23 अक्टूबर
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बद्रीनाथ धाम – 25 नवंबर
बद्रीनाथ धाम में इस वर्ष की तीर्थ यात्रा रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धा और विश्वास की गवाही दे रही है। श्रद्धालुओं का बढ़ता उत्साह और सरकार की सतर्क व्यवस्थाएँ मिलकर देवभूमि उत्तराखंड की इस पावन यात्रा को और भी सफल बना रही हैं।





