देहरादून में दौड़ने लगी ‘सखी कैब’; जिला प्रशासन की ऑटोमेटेड पार्किंग अब सुविधाओं से लेस

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देहरादून में दौड़ने लगी ‘सखी कैब’; जिला प्रशासन की ऑटोमेटेड पार्किंग अब सुविधाओं से लेस, जल्द जुड़ेंगे 6 ईवी वाहन

मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में ऑटोमेटेड पार्किंग प्रोजेक्ट को नई दिशा; शहरवासियों को मिलेगा सुगम यातायात और महिलाओं को रोजगार का अवसर

 

देहरादून, 30 अक्टूबर।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन और जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में जिला प्रशासन ने शहर की यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने और पार्किंग सुविधाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में अभिनव कदम उठाया है।
ऑटोमेटेड पार्किंग प्रोजेक्ट के अंतर्गत अब “फ्री सखी कैब शटल सेवा” की शुरुआत की गई है, जिसके माध्यम से पार्किंग में वाहन खड़े करने वाले लोगों को शहर के भीड़भाड़ और व्यस्त क्षेत्रों तक निःशुल्क आने-जाने की सुविधा मिल रही है।

🚘 ‘सखी कैब’ – महिला सशक्तीकरण और जनसुविधा का संगम

जिला ग्राम्य विकास अभिकरण (DRDA) को दो नए ईवी वाहन (टाटा पंच) आवंटित किए गए हैं, जिन्हें महिला चालक दल संचालित कर रही हैं। यह सेवा घंटाघर, पल्टन बाजार, राजपुर रोड, सचिवालय मार्ग और आसपास के क्षेत्रों में उपलब्ध है।
सेवा को और बेहतर बनाने के लिए 6 अतिरिक्त ईवी वाहन जल्द बेड़े में शामिल किए जाएंगे। इन वाहनों का संचालन पीपीपी मॉडल (Public Private Partnership) में होगा और इसके लिए आरएफपी (Request for Proposal) जारी की जा चुकी है।

🅿️ तीन नई ऑटोमेटेड पार्किंग सुविधाएं

जिला प्रशासन ने शहर की पार्किंग समस्या के समाधान के लिए तीन नई ऑटोमेटेड पार्किंग सुविधाओं का निर्माण कराया है—

  1. परेड ग्राउंड – 111 वाहन क्षमता

  2. तिब्बती मार्केट – 132 वाहन क्षमता

  3. कोरोनेशन हॉस्पिटल परिसर – 18 वाहन क्षमता

कुल 261 वाहनों की क्षमता वाली ये पार्किंग सुविधाएं जल्द ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा जनमानस को समर्पित की जाएंगी।

🚦 यातायात व्यवस्था में सुधार और कार्रवाई

‘सखी कैब’ सेवा 5 किलोमीटर के दायरे में उपलब्ध है, जिसमें घंटाघर, गांधी पार्क, सुभाष रोड और परेड ग्राउंड क्षेत्र शामिल हैं।
प्रशासन और पुलिस द्वारा अनधिकृत पार्किंग पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। इस उद्देश्य से एक समर्पित क्रेन पिछले एक माह से सक्रिय रूप से कार्यरत है।

🌿 महिला स्व-सहायता समूहों को मिला संचालन का अवसर

परेड ग्राउंड के समीप निर्मित ऑटोमेटेड पार्किंग का संचालन राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के अंतर्गत गठित कृष्णा स्वयं सहायता समूह (विकासनगर ब्लॉक) द्वारा किया जा रहा है।
यह पहल न केवल महिला सशक्तीकरण का उदाहरण है, बल्कि उन्हें आजीविका का अवसर भी प्रदान कर रही है।